What Does Shodashi Mean?
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॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरीचक्रराज स्तोत्रं ॥
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥३॥
Goddess is popularly depicted as sitting over the petals of lotus which is saved about the horizontal human body of Lord Shiva.
ह्रींमन्त्रान्तैस्त्रिकूटैः स्थिरतरमतिभिर्धार्यमाणां ज्वलन्तीं
पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।
शैलाधिराजतनयां शङ्करप्रियवल्लभाम् ।
यह शक्ति वास्तव में त्रिशक्ति स्वरूपा है। षोडशी त्रिपुर सुन्दरी साधना कितनी महान साधना है। इसके बारे में ‘वामकेश्वर तंत्र’ में लिखा है जो व्यक्ति यह साधना जिस मनोभाव से करता है, उसका वह मनोभाव पूर्ण होता है। काम की इच्छा रखने वाला व्यक्ति पूर्ण शक्ति प्राप्त करता है, धन की इच्छा रखने वाला पूर्ण धन प्राप्त करता है, विद्या की इच्छा रखने वाला विद्या प्राप्त करता है, यश की इच्छा रखने वाला यश प्राप्त करता है, पुत्र की इच्छा रखने वाला पुत्र प्राप्त करता है, कन्या श्रेष्ठ पति को प्राप्त करती है, इसकी साधना से मूर्ख भी ज्ञान प्राप्त करता है, हीन भी गति प्राप्त करता है।
सा नित्यं नादरूपा त्रिभुवनजननी मोदमाविष्करोतु ॥२॥
The Tale is usually a cautionary tale of the power of wish and the requirement to build discrimination via meditation and adhering to the dharma, as we development inside our spiritual path.
श्रींमन्त्रार्थस्वरूपा श्रितजनदुरितध्वान्तहन्त्री शरण्या
यत्र श्रीत्रिपुर-मालिनी विजयते नित्यं निगर्भा स्तुता
The noose symbolizes attachments, Whilst the goad signifies contempt, the sugarcane bow demonstrates wants, plus the flowery arrows stand for the five sense organs.
कर्तुं देवि ! जगद्-विलास-विधिना सृष्टेन ते मायया
It is generally identified that wisdom and prosperity will not remain alongside one another. But Sadhana of Tripur Sundari gives both and also removes condition along with other ailments. He never goes underneath poverty and turns into fearless (Shodashi Mahavidya). He check here enjoys each of the worldly happiness and will get salvation.